परमेश्वर पवित्र और सच्चा है। इसका यह भी अर्थ है कि वो अपनी उपस्थिति में किसी भी भ्रष्ट चीज की अनुमति नहीं दे सकता है[1]।
अलगाव
क्योंकि परमेश्वर पवित्र है, इसलिए आपके और उसके बीच एक बाधा है। बाइबिल हमारे जीवन की सभी गलतियों के योग को “पाप” कहती है, और पाप वो समस्या है जो हम इंसानों को परमेश्वर से दूर करती है[2]। केवल इस समय नहीं, बल्कि धरती पर इस जीवन के बाद भी[3]।
सच्चाई से यह कौन कह सकता है कि उसने अपने जीवन में कभी कुछ गलत नहीं किया है[4]? यहाँ तक कि बिलकुल छोटा सा पाप भी न्याय के समय परमेश्वर के सामने हमें अपराधी ठहराने के लिए पर्याप्त है[5]।
यह एक कठोर संदेश है: यह सब जानते हुए भी, कोई स्वर्ग में परमेश्वर के साथ अनंत समय कैसे बिता सकता है? और फिर भी स्वर्ग ही वो रास्ता है जिसपर हम सभी मरने के बाद जाना चाहते हैं…
अच्छा जीवन?
आप कह सकते हैं: “एक मिनट रुकिए, मैं उतना बुरा/बुरी नहीं हूँ! ठीक है, मैंने अपने जीवन में गलत चीजें की हैं, लेकिन मैंने बहुत सारी अच्छी चीजें भी की हैं, इसलिए मैं जरूर स्वर्ग जाऊंगा/जाऊंगी, है ना?”
यहाँ तक कि जो लोग यह सोचते हैं कि वो उतने बुरे नहीं हैं, उन्होंने भी पाप किये हैं। क्योंकि एक छोटा झूठ या बुरा विचार भी पाप होता है। बेहद खराब व्यवहार या अपराधों की क्या बात करें। अगर आपको लगता है कि आप उतने बुरे नहीं हैं तो भी अपने आपसे झूठ मत बोलिये: हम खुद यह जानते हैं कि हमने अपने जीवन में क्या गलत किया है और कोई भी सर्वोत्तम नहीं होता है[6]।
स्वर्ग कमाया नहीं जा सकता
आप कह सकते हैं: खैर, शायद मैं सर्वोत्तम नहीं हूँ, लेकिन मैंने बहुत सी अच्छी चीजें भी की हैं”। जाहिर तौर पर जीवन में अच्छी चीजें करना बहुत अच्छी बात है[7]। लेकिन, केवल वो अच्छे काम आपके पापों को समाप्त नहीं कर सकते हैं[8]। हम स्वर्ग में जगह पाने के लिए अच्छे ग्रेड नहीं पा सकते हैं। इसलिए स्वर्ग में कोई इसका बखान करने में भी समर्थ नहीं होगा। इसीलिए यहोवा यीशु ने कहा था कि हमें यह काम करना चाहिए: उनपर भरोसा, क्योंकि केवल वही हमें अपने पापों के लिए क्षमा दे सकते हैं[9]।
उम्मीद है
पढ़ते रहिये, क्योंकि आपके पापों की समस्या का समाधान होने की उम्मीद है[10]!
जारी रखें: आप केवल एक बार जीते हैं
[1]
“यहोवा के तुल्य कोई पवित्र नहीं, क्योंकि तुझ को छोड़ और कोई है ही नहीं; और हमारे परमेश्वर के समान कोई चट्टान नहीं है।
1 शमूएल 2:2 HINDI-BSI
हमारे परमेश्वर यहोवा को सराहो; और उसके चरणों की चौकी के सामने दण्डवत् करो! वह पवित्र है! भजन
संहिता 99:5 HINDI-BSI
परन्तु सेनाओं का यहोवा न्याय करने के कारण महान् ठहरता, और पवित्र परमेश्वर धर्मी होने के कारण पवित्र ठहरता है!
यशायाह 5:16 HINDI-BSI
क्योंकि मैं यहोवा तेरा परमेश्वर हूँ, इस्राएल का पवित्र मैं तेरा उद्धारकर्ता हूँ। तेरी छुड़ौती में मैं मिस्र को और तेरे बदले कूश और सबा को देता हूँ।
यशायाह 43:3 HINDI-BSI
हे मेरे प्रभु यहोवा, हे मेरे पवित्र परमेश्वर, क्या तू अनादि काल से नहीं है? इस कारण हम लोग नहीं मरने के। हे यहोवा, तू ने उनको न्याय करने के लिये ठहराया है; हे चट्टान, तू ने उलाहना देने के लिये उनको बैठाया है। तेरी आँखें ऐसी शुद्ध हैं कि तू बुराई को देख ही नहीं सकता, और उत्पात को देखकर चुप नहीं रह सकता; फिर तू विश्वासघातियों को क्यों देखता रहता, और जब दुष्ट निर्दोष को निगल जाता है, तब तू क्यों चुप रहता है?
हबक्कूक 1:12-13 HINDI-BSI
स्वर्गदूत ने उसको उत्तर दिया, “पवित्र आत्मा तुझ पर उतरेगा, और परमप्रधान की सामर्थ्य तुझ पर छाया करेगी; इसलिये वह पवित्र जो उत्पन्न होनेवाला है, परमेश्वर का पुत्र कहलाएगा।
लूका 1:35 HINDI-BSI
चारों प्राणियों के छ: छ: पंख हैं, और चारों ओर और भीतर आँखें ही आँखें हैं; और वे रात दिन बिना विश्राम लिये यह कहते रहते हैं, “पवित्र, पवित्र, पवित्र प्रभु परमेश्वर, सर्वशक्तिमान, जो था और जो है और जो आनेवाला है।”
प्रकाशितवाक्य 4:8 HINDI-BSI
[2]
परन्तु तुम्हारे अधर्म के कामों ने तुम को तुम्हारे परमेश्वर से अलग कर दिया है, और तुम्हारे पापों के कारण उसका मुख तुम से ऐसा छिपा है कि वह नहीं सुनता।
यशायाह 59:2 HINDI-BSI
[3]
क्योंकि पाप की मजदूरी तो मृत्यु है, परन्तु परमेश्वर का वरदान हमारे प्रभु मसीह यीशु में अनन्त जीवन है।
रोमियों 6:23 HINDI-BSI
फिर अभिलाषा गर्भवती होकर पाप को जनती है और पाप जब बढ़ जाता है तो मृत्यु को उत्पन्न करता है।
याकूब 1:15 HINDI-BSI
इसलिये जैसा एक मनुष्य के द्वारा पाप जगत में आया, और पाप के द्वारा मृत्यु आई, और इस रीति से मृत्यु सब मनुष्यों में फैल गई, क्योंकि सब ने पाप किया।
रोमियों 5:12 HINDI-BSI
कि जैसा पाप ने मृत्यु फैलाते हुए राज्य किया, वैसा ही हमारे प्रभु यीशु मसीह के द्वारा अनुग्रह भी अनन्त जीवन के लिये धर्मी ठहराते हुए राज्य करे।
रोमियों 5:21 HINDI-BSI
देखो, सभों के प्राण तो मेरे हैं, जैसा पिता का प्राण, वैसा ही पुत्र का भी प्राण है; दोनों मेरे ही हैं। इसलिये जो प्राणी पाप करे वही मर जाएगा।
यहेजकेल 18:4 HINDI-BSI
जो प्राणी पाप करे वही मरेगा, न तो पुत्र पिता के अधर्म का भार उठाएगा और न पिता पुत्र का; धर्मी को अपने ही धर्म का फल, और दुष्ट को अपनी ही दुष्टता का फल मिलेगा।
यहेजकेल 18:20 HINDI-BSI
[4]
हम तो सब के सब भेड़ों के समान भटक गए थे; हम में से हर एक ने अपना अपना मार्ग लिया; और यहोवा ने हम सभों के अधर्म का बोझ उसी पर लाद दिया।
यशायाह 53:6 HINDI-BSI
देख, मैं अधर्म के साथ उत्पन्न हुआ, और पाप के साथ अपनी माता के गर्भ में पड़ा। देख, तू हृदय की सच्चाई से प्रसन्न होता है; और मेरे मन ही में ज्ञान सिखाएगा।
भजन संहिता 51:5-6 HINDI-BSI
[5]
परन्तु मैं तुम से यह कहता हूँ, कि जो कोई अपने भाई पर क्रोध करेगा, वह कचहरी में दण्ड के योग्य होगा, और जो कोई अपने भाई को निकम्मा कहेगा वह महासभा में दण्ड के योग्य होगा; और जो कोई कहे ‘अरे मूर्ख’ वह नरक की आग के दण्ड के योग्य होगा।
मत्ती 5:22 HINDI-BSI
“तुम सुन चुके हो कि कहा गया था, ‘व्यभिचार न करना।’ परन्तु मैं तुम से यह कहता हूँ, कि जो कोई किसी स्त्री पर कुदृष्टि डाले वह अपने मन में उस से व्यभिचार कर चुका।
मत्ती 5:27-28 HINDI-BSI
[6]
[7]
यह बात सच है, और मैं चाहता हूँ कि तू इन बातों के विषय में दृढ़ता से बोले इसलिये कि जिन्होंने परमेश्वर पर विश्वास किया है, वे भले-भले कामों में लगे रहने का ध्यान रखें। ये बातें भली और मनुष्यों के लाभ की हैं।
[8]
क्योंकि विश्वास के द्वारा अनुग्रह ही से तुम्हारा उद्धार हुआ है; और यह तुम्हारी ओर से नहीं, वरन् परमेश्वर का दान है, और न कर्मों के कारण, ऐसा न हो कि कोई घमण्ड करे।
इफिसियों 2:8-9 HINDI-BSI
काम करनेवाले की मजदूरी देना दान नहीं, परन्तु हक्क समझा जाता है। परन्तु जो काम नहीं करता वरन् भक्तिहीन के धर्मी ठहरानेवाले पर विश्वास करता है, उसका विश्वास उसके लिये धार्मिकता गिना जाता है।
रोमियों 4:4-5 HINDI-BSI
पर जब हमारे उद्धारकर्ता परमेश्वर की कृपा और मनुष्यों पर उसका प्रेम प्रगट हुआ, तो उसने हमारा उद्धार किया; और यह धर्म के कामों के कारण नहीं, जो हम ने आप किए, पर अपनी दया के अनुसार नए जन्म के स्नान और पवित्र आत्मा के हमें नया बनाने के द्वारा हुआ।
तीतुस 3:4-5 HINDI-BSI
[9]
उन्होंने उससे कहा, “परमेश्वर के कार्य करने के लिये हम क्या करें?” यीशु ने उन्हें उत्तर दिया, “परमेश्वर का कार्य यह है कि तुम उस पर, जिसे उसने भेजा है, विश्वास करो।”
यूहन्ना 6:28-29 HINDI-BSI
इसलिये कि सब ने पाप किया है और परमेश्वर की महिमा से रहित हैं, परन्तु उसके अनुग्रह से उस छुटकारे के द्वारा जो मसीह यीशु में है, सेंतमेंत धर्मी ठहराए जाते हैं। उसे परमेश्वर ने उसके लहू के कारण एक ऐसा प्रायश्चित ठहराया, जो विश्वास करने से कार्यकारी होता है, कि जो पाप पहले किए गए और जिन पर परमेश्वर ने अपनी सहनशीलता के कारण ध्यान नहीं दिया। उनके विषय में वह अपनी धार्मिकता प्रगट करे। वरन् इसी समय उसकी धार्मिकता प्रगट हो कि जिससे वह आप ही धर्मी ठहरे, और जो यीशु पर विश्वास करे उसका भी धर्मी ठहरानेवाला हो।
रोमियों 3:23-26 HINDI-BSI
[10]
क्योंकि पाप की मजदूरी तो मृत्यु है, परन्तु परमेश्वर का वरदान हमारे प्रभु मसीह यीशु में अनन्त जीवन है।
रोमियों 6:23 HINDI-BSI