सभी यह जानते हैं कि फूलों को पानी की जरुरत होती है। लेकिन कभी-कभी हम मनुष्य भी फूलों की तरह प्यासा महसूस कर सकते हैं।
क्या आपका जीवन कुछ ऐसा है…
- बड़ा होना…
- स्कूल और शिक्षा पूरी करना या ना पूरी करना…
- अपने जीवन का प्यार खोजना…
- शायद उसे पाने में सफल होना…
- बच्चे पैदा करना या ना पैदा करना…
- रोजमर्रा के काम में व्यस्त रहना और इस बीच बूढ़ा होते रहना…
- सेवामुक्त होने तक काम करना…
- बुढ़ापे में घूमना या घर पर रहना…
… और इसके बाद जीवन खत्म?
ये चीजें आपके जीवन से मिल सकती हैं या नहीं भी मिल सकती हैं, क्योंकि यह बस एक उदाहरण है।
आपके जीवन का रास्ता चाहे जो भी हो किसी ना किसी समय आपके मन में यह विचार जरूर आया होगा: “क्या जीवन में बस इतना ही है?”
नहीं: जीवन में बहुत कुछ है!
प्रसिद्ध दार्शनिक ब्लाइस पास्कल ने अपनी पुस्तक Pensées में लिखा था:
“यह लालसा, और यह लाचारी इसके अलावा और क्या बताती है कि कभी मनुष्य के अंदर एक सच्ची खुशी थी, जिसके अब केवल खाली निशान रह गए हैं? जिसे वो उन चीजों की तलाश करते हुए और उस मदद की तलाश करते हुए अपने आसपास की सभी चीजों से भरने की बेकार कोशिश करता है, जो मौजूद नहीं हैं, लेकिन इसमें उसकी कोई मदद नहीं कर सकता, क्योंकि इस अनंत खाई को केवल किसी अनंत और अपरिवर्तनीय वस्तु से भरा जा सकता है; दूसरे शब्दों में खुद परमेश्वर के द्वारा।”
सरल शब्दों में: आप जीवन में केवल तभी पूर्ण हो सकते हैं और सच्ची खुशी पा सकते हैं, जब आप अपने जीवन में परमेश्वर के लिए जगह बनाते हैं। परमेश्वर को आपको पूरा करने में खुशी होगी, इसलिए उसे जानने की कोशिश करें!
ठंडा साफ पानी
यहोवा ईसा मसीह ने इस आंतरिक लालसा की भूखा या प्यासा होने से तुलना की है। वो उन सभी लोगों को अपने पास आने के लिए आमंत्रित करते हैं, जिनके मन में जीवन में और अधिक पाने के लिए एक आंतरिक भूख या प्यास है[1]। और वो ना केवल आपकी आध्यात्मिक प्यास को पूरी तरह से संतुष्ट कर देंगे, बल्कि वो आपको अमृत जल भी देते हैं जो इतनी अधिक मात्रा में होता है कि आप इसे दूसरों के साथ भी बाँट सकते हैं [2]। और पता है क्या: यह अमृत जल बिलकुल मुफ्त है [3]!
चलिए इसे खोजना शुरू करते हैं [4]!
जारी रखें: बाधा
[1]
नाशवान् भोजन के लिये परिश्रम न करो, परन्तु उस भोजन के लिये जो अनन्त जीवन तक ठहरता है, जिसे मनुष्य का पुत्र तुम्हें देगा; क्योंकि पिता अर्थात् परमेश्वर ने उसी पर छाप लगाई है।”
यूहन्ना 6:27 HINDI-BSI
यीशु ने उनसे कहा, “जीवन की रोटी मैं हूँ : जो मेरे पास आता है वह कभी भूखा न होगा, और जो मुझ पर विश्वास करता है वह कभी प्यासा न होगा।
यूहन्ना 6:35 HINDI-BSI
पर्व के अंतिम दिन, जो मुख्य दिन है, यीशु खड़ा हुआ और पुकार कर कहा, “यदि कोई प्यासा हो तो मेरे पास आए और पीए।
यूहन्ना 7:37 HINDI-BSI
[2]
परन्तु जो कोई उस जल में से पीएगा जो मैं उसे दूँगा, वह फिर अनन्तकाल तक प्यासा न होगा; वरन् जो जल मैं उसे दूँगा, वह उसमें एक सोता बन जाएगा जो अनन्त जीवन के लिये उमड़ता रहेगा।”
यूहन्ना 4:14 HINDI-BSI
जो मुझ पर विश्वास करेगा, जैसा पवित्रशास्त्र में आया है, ‘उसके हृदय में से जीवन के जल की नदियाँ बह निकलेंगी’ ।”
यूहन्ना 7:38 HINDI-BSI
[3]
“अहो सब प्यासे लोगो, पानी के पास आओ; और जिनके पास रुपया न हो, तुम भी आकर मोल लो और खाओ! दाखमधु और दूध बिन रुपए और बिना दाम ही आकर ले लो। जो भोजनवस्तु नहीं है, उसके लिये तुम क्यों रुपया लगाते हो, और जिस से पेट नहीं भरता उसके लिये क्यों परिश्रम करते हो? मेरी ओर मन लगाकर सुनो, तब उत्तम वस्तुएँ खाने पाओगे और चिकनी चिकनी वस्तुएँ खाकर सन्तुष्ट हो जाओगे। कान लगाओ, और मेरे पास आओ; सुनो, तब तुम जीवित रहोगे; और मैं तुम्हारे साथ सदा की वाचा बाँधूँगा, अर्थात् दाऊद पर की अटल करुणा की वाचा।
यशायाह 55:1-3 HINDI-BSI
[4]
परन्तु वहाँ भी यदि तुम अपने परमेश्वर यहोवा को ढूँढ़ोगे, तो वह तुम को मिल जाएगा, शर्त यह है कि तुम अपने पूरे मन से और अपने सारे प्राण से उसे ढूँढ़ो।
व्यवस्थाविवरण 4:29 HINDI-BSI
जो मुझ से प्रेम रखते हैं, उनसे मैं भी प्रेम रखती हूँ, और जो मुझ को यत्न से तड़के उठकर खोजते हैं, वे मुझे पाते हैं।
नीतिवचन 8:17 HINDI-BSI
“माँगो, तो तुम्हें दिया जाएगा; ढूँढ़ो तो तुम पाओगे; खटखटाओ, तो तुम्हारे लिये खोला जाएगा। क्योंकि जो कोई माँगता है, उसे मिलता है; और जो ढूँढ़ता है, वह पाता है; और जो खटखटाता है, उसके लिये खोला जाएगा।
मत्ती 7:7-8 HINDI-BSI
और मैं तुम से कहता हूँ कि माँगो, तो तुम्हें दिया जाएगा; ढूँढ़ो, तो तुम पाओगे; खटखटाओ, तो तुम्हारे लिये खोला जाएगा। क्योंकि जो कोई माँगता है, उसे मिलता है; और जो ढूँढ़ता है, वह पाता है; और जो खटखटाता है, उसके लिए खोला जाएगा।
लूका 11:9-10 HINDI-BSI